हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, मालिर कोटला पंजाब / शिया जामा मस्जिद में जुमे की नमाज के बाद मालिर कोटला के शियाे ने शापित रसूल वसीम रुश्दी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मौलाना सैयद आज़म अली रिजवी और मौलाना सैयद रजी हैदर साहब ने बताया कि यूपी शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष ने अब धर्मत्याग दिया है।वसीम रुश्दी ने पवित्र पैगंबर (स.अ.व.व.) के सम्मान में अपमानजनक और ईशनिंदा पुस्तक के लेखन की कड़े शब्दों में निंदा की और सरकार से मांग की कि शापित वसीम के माध्यम से मुसलमानों की भावनाओं को आहत किया जा रहा है, इसलिए तुरंत गिरफ्तार कर लिया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि वसीम मलऊन को सरकार का समर्थन प्राप्त है, नहीं तो कोई भी इस तरह से किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाकर इतनी आसानी से नहीं घूम सकता। मौलाना आजम ने कहा कि वसीम मलऊन कुरान के बारे में पहले ही अपमानजनक बयान दे चुका हैं। लेकिन दुर्भाग्य से सरकार द्वारा उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इसलिए उसने अब पैगंबर के सम्मान का अपमान किया है जो मुसलमानों के लिए असहनीय है।
हम सरकार से मांग करते हैं कि अपने सरकारी कर्तव्यों का पालन करते हुए विभिन्न धर्मों की ईशनिंदा और खुले दुस्साहस को तुरंत रोकें क्योंकि वसीम मलऊन जैसे गुमराह तत्वों का खुला आंदोलन राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है, इसलिए सरकार को तत्काल कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए ताकि कोई भी ऐसा न कर सके।